जमीनी सीमाओं की आजादी
Network Marketing Knowledge
"नेटवर्क मार्केटिंग ज्ञान में वितरकों या ग्राहकों के नेटवर्क को बनाने और प्रबंधित करने के लिए रणनीतियों और तकनीकों को शामिल किया जाता है"
आम व्यापारिक प्रणालियों में कार्य करने की जमीनी सीमायें होती है और आपको उनका पालन करना पड़ता है | यदि आपकी हीरो होंडा की नागपुर शहर की डिस्ट्रीब्यूटरशिप है तो आप नियमतः जाकर अमरावती शहर में प्रचार-प्रसार नहीं कर सकते है |
यदि आप हिन्दुस्तान लिवर के दिल्ली के डीलर है तो आप नियमतः चंडीगढ़ में जा कर माल नहीं बेच सकते | आपके व्यापार का जिस जिले और राज्य में पंजीकरण है और जिन नियमों के तहत आप व्यापार कर रहे है , आप उन नियमों को मानने के लिए बाध्य है | आपकी अपनी कंपनी भी आपको निश्चित कार्य करने का क्षेत्र देती है |
यदि आप आगरा में है और आपके मित्र हैदराबाद में है तो आप उन्हें जोड़ सकते है |आपको कभी साथियों की, ग्राहकों की कमी नहीं होगी | आपके अंदर जितनी क्षमता है, आपकी जितनी योग्यता है, आपके जितने संपर्क है, उन सबको आप आय में परिवर्तित कर सकते है | उन सब की आय को मिलाकर आप अपने व्यापार का राष्ट्रव्यापी विस्तार कर सकते है |
"आप ऐसे राज्यों में पहुँच सकते है जहाँ
आपके साथी अभी पहुँचे न हो और अपनी नेतृत्व क्षमता सिद्ध
कर उस राज्य में अपने संस्थान के सिरमौर बन सकते है |"
यही इस बिजनेस के तेजी से फैलने का सबसे बड़ा कारण है | जिस तरह से आकाश की सीमाएं नहीं होती और पंछी कहीं भी विचरण कर सकते है , ठीक उसी तरह यह बिजनेस प्रणाली पूरे राष्ट्र को आपके आकाश मे बदल देती हैं | आप जहाँ चाहे, जितनी दूर तक चाहे, उड़े और जहाँ अच्छा लगे, वही बसेरा बना ले |
क्या इतनी आजादी के बाद कभी भी हमें व्यापार की, अवसरों की, साथियो की और उपभोक्ताओं की कमी हो सकती है ?
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